Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Dec 2022 · 1 min read

सागर की चांदनी

शीर्षक -सागर की चांदनी

———————————–
सागर किनारे लहरें, जो मचलती हुई
आती हैं।
जो दिल को हमारे, विभोर कर जाती हैं।।

देख विशाल तरंगों को,
लहरों का दम घुटने लगता।
मन करता खो जाएं हम,
लहरों से जोड़ कर नाता।।

पुष्पों से हो चाहे आंसू से,
माला पुष्पों की है गोही।
मंदिर में चढ़ाने को ,
बाट प्रभु की है जोही ।।

सुमनों से जो रच-रच तुमने,
केशों को सजाया था।
उन सुमनों की महक को,
भंवरा मिलने को आया था।।

मेरे बागवां के हो तुम पुष्प,
खिलता हुआ बहार बनों तुम।
अपनी खुश्बू जग में फैलाओ,
एक नई मिसाल बनो तुम।।

चांद को देखकर, शर्माती चांदनी है।
चांदनी रात में, नहाती यामिनी है,
अंधेरी रात में हमने,सुनी रागिनी है।।

तेरे चेहरे को देख, चांद भी फीका
लगता है।
रात के अंधेरे में,उजाले का दीप
जलता है।।

सागर में तेरी चांदनी,जगमग-जगमग
होती है।
ऐसा! लगता है कि जैसे, धरा में
चांद आया है।।

सुषमा सिंह*उर्मि,,
स्वरचित और मौलिक

Language: Hindi
110 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
Be with someone you can call
Be with someone you can call "home".
पूर्वार्थ
-अपनी कैसे चलातें
-अपनी कैसे चलातें
Seema gupta,Alwar
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
Basant Bhagawan Roy
...........
...........
शेखर सिंह
"अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
हर‌ शख्स उदास है
हर‌ शख्स उदास है
Surinder blackpen
करवा चौथ का चांद
करवा चौथ का चांद
मधुसूदन गौतम
कर्मपथ
कर्मपथ
Indu Singh
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
अपनी नज़र में रक्खा
अपनी नज़र में रक्खा
Dr fauzia Naseem shad
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
gurudeenverma198
..
..
*प्रणय*
जिंदगी और जीवन तो कोरा कागज़ होता हैं।
जिंदगी और जीवन तो कोरा कागज़ होता हैं।
Neeraj Agarwal
हार मैं मानू नहीं
हार मैं मानू नहीं
Anamika Tiwari 'annpurna '
प्यार मेरा तू ही तो है।
प्यार मेरा तू ही तो है।
Buddha Prakash
सबने पूछा, खुश रहने के लिए क्या है आपकी राय?
सबने पूछा, खुश रहने के लिए क्या है आपकी राय?
Kanchan Alok Malu
चाह नहीं मुझे , बनकर मैं नेता - व्यंग्य
चाह नहीं मुझे , बनकर मैं नेता - व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नहीं डरता हूँ मैं
नहीं डरता हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
Phool gufran
4888.*पूर्णिका*
4888.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बड़ी तक़लीफ़ होती है
बड़ी तक़लीफ़ होती है
Davina Amar Thakral
प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है
प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है
Sonam Puneet Dubey
🌹पत्नी🌹
🌹पत्नी🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
तुम
तुम
Sangeeta Beniwal
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
अरशद रसूल बदायूंनी
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
वो भी थी क्या मजे की ज़िंदगी, जो सफ़र में गुजर चले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
“जागू मिथिलावासी जागू”
“जागू मिथिलावासी जागू”
DrLakshman Jha Parimal
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है।
Neelam Sharma
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
Neelofar Khan
काफिला
काफिला
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...