Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2022 · 1 min read

सांप्रदायिक दंगे

लुटे जा रहे दुकान कहीं तो
घरों को कहीं जलाया जा रहा!
गुजरात मॉडल को इस कदर
देहली में दोहराया जा रहा!!
तालीम,सेहत और रोज़गार
नौजवान मांगने लगें न कहीं!
इसलिए हिंदू-मुस्लिम करके
आज उन्हें बहकाया जा रहा!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायर #युद्धयाबुद्ध
#peace #दंगा #election
#चुनाव #कविता #संविधान

Language: Hindi
171 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

sp 81यह किस मोड़ पर
sp 81यह किस मोड़ पर
Manoj Shrivastava
■ अक्लमंदों के लिए।
■ अक्लमंदों के लिए।
*प्रणय*
फूल   सारे   दहकते  हैं।
फूल सारे दहकते हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
My baby doll
My baby doll
Dr. Vaishali Verma
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मैं क्या जानूँ
मैं क्या जानूँ
Shweta Soni
सपनों का घर
सपनों का घर
Uttirna Dhar
- अंत ही जीवन की शुरुआत है -
- अंत ही जीवन की शुरुआत है -
bharat gehlot
** मैं शब्द-शिल्पी हूं **
** मैं शब्द-शिल्पी हूं **
भूरचन्द जयपाल
माँ-बाप का कर्ज़
माँ-बाप का कर्ज़
Sagar Yadav Zakhmi
गणित का एक कठिन प्रश्न ये भी
गणित का एक कठिन प्रश्न ये भी
शेखर सिंह
कुण्डलिया
कुण्डलिया
अवध किशोर 'अवधू'
आचार्य शुक्ल के उच्च काव्य-लक्षण
आचार्य शुक्ल के उच्च काव्य-लक्षण
कवि रमेशराज
झूठी आशा बँधाने से क्या फायदा
झूठी आशा बँधाने से क्या फायदा
Dr Archana Gupta
My Guardian Angel
My Guardian Angel
Manisha Manjari
"क्या बताऊँ दोस्त"
Dr. Kishan tandon kranti
रात अंजान है
रात अंजान है
Dr. Rajeev Jain
मे आदमी नही हु
मे आदमी नही हु
पूर्वार्थ
जिंदगी अवसर देती है ___ लेख
जिंदगी अवसर देती है ___ लेख
Rajesh vyas
मीठा सीधा सरल बचपन
मीठा सीधा सरल बचपन
Ritu Asooja
इख़्तिलाफ़
इख़्तिलाफ़
अंसार एटवी
आपके सत्कर्मों से आपकी प्रभा, आभा बनकर आपके बाद प्रकाशित रहे
आपके सत्कर्मों से आपकी प्रभा, आभा बनकर आपके बाद प्रकाशित रहे
Sanjay ' शून्य'
प्रथ्वी पर स्वर्ग
प्रथ्वी पर स्वर्ग
Vibha Jain
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
Ravi Prakash
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
Phool gufran
सब वक्त का खेल है।
सब वक्त का खेल है।
Lokesh Sharma
फ़ासले ही फ़ासले हैं, मुझसे भी मेरे
फ़ासले ही फ़ासले हैं, मुझसे भी मेरे
Shreedhar
'सिकुड़न'
'सिकुड़न'
Rashmi Sanjay
सुकून की ज़िंदगी
सुकून की ज़िंदगी
Shriyansh Gupta
मेरा देश
मेरा देश
Santosh kumar Miri
Loading...