Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

** सही कहा **

अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता

सख्त हो तो दांत जरूर तोड़ सकता है ।।

मशक्कत इतनी ही कर थकान ना हो तुझको

निकम्मा बन कर बैठा तो मकान कहां बनेगा ।।

क्यों मेरे जिस्म ने मुहब्बत का ताज पहना

ये इश्क की सत्ता है कि सम्भाले नहीं सम्भलती ।।

मुझे ठुकराने से पहले इकबार तो सोच लिया होता

बड़ी मुश्किल से मिलते हैं मुझसे चाहने वाले जहां में ।।

? मधुप बैरागी

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
Rj Anand Prajapati
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार, बिहार में नीतीश कुमार
*Author प्रणय प्रभात*
"गरीबों की दिवाली"
Yogendra Chaturwedi
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
सच्चे- झूठे सब यहाँ,
sushil sarna
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बढ़ी शय है मुहब्बत
बढ़ी शय है मुहब्बत
shabina. Naaz
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
2910.*पूर्णिका*
2910.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"बन्धन"
Dr. Kishan tandon kranti
वो इबादत
वो इबादत
Dr fauzia Naseem shad
झरना का संघर्ष
झरना का संघर्ष
Buddha Prakash
कहां  गए  वे   खद्दर  धारी  आंसू   सदा   बहाने  वाले।
कहां गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
जय महादेव
जय महादेव
Shaily
हमे भी इश्क हुआ
हमे भी इश्क हुआ
The_dk_poetry
पिला रही हो दूध क्यों,
पिला रही हो दूध क्यों,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अपनी गजब कहानी....
अपनी गजब कहानी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
सवर्ण
सवर्ण
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिसकी जुस्तजू थी,वो करीब आने लगे हैं।
जिसकी जुस्तजू थी,वो करीब आने लगे हैं।
करन ''केसरा''
विचार
विचार
Godambari Negi
एक गुनगुनी धूप
एक गुनगुनी धूप
Saraswati Bajpai
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
फिर यहाँ क्यों कानून बाबर के हैं
फिर यहाँ क्यों कानून बाबर के हैं
Maroof aalam
मुहब्बत के शहर में कोई शराब लाया, कोई शबाब लाया,
मुहब्बत के शहर में कोई शराब लाया, कोई शबाब लाया,
डी. के. निवातिया
फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
Rahul Singh
"प्यार तुमसे करते हैं "
Pushpraj Anant
*अपयश हार मुसीबतें , समझो गहरे मित्र (कुंडलिया)*
*अपयश हार मुसीबतें , समझो गहरे मित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्रेम का दरबार
प्रेम का दरबार
Dr.Priya Soni Khare
जीभ का कमाल
जीभ का कमाल
विजय कुमार अग्रवाल
Loading...