सहज
सहज तुम्हारा आज जन्मदिन,खुशियां इतनी लाया है।
कितने साल के बाद सभी ने, मिलकर आज मनाया है।।
तुमने अपनी सहज छवि से,सबको बहुत लुभाया है।
सदा सभी को मान दिया,विश्वास सभी का पाया है।।
सदा उन्नति करते रहो,यह हमने तुम्हें सिखाया है।
तेरी मेहनत ने ही तुझको,इतना सफल बनाया है।।
शिवजी का आशीष मिले,लक्ष्मी की तुम पर छाया हो।
प्रभु की ऐसी माया हो, हर साल तू घर पर आया हो।।
जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं,
विजय बिजनौरी