Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2020 · 1 min read

सवच्छता

स्वच्छता

पृथ्वी की सबसे बड़ी आवश्यकता,
हो कण- कण में स्वच्छता।

चलता, तैरता, उड़ता जहर ,
मानव हो जागरूक ..नहीं तो बरसेगा कहर।

दूषित जल, थल ,वायु, कचरा-
कूड़ा, प्लास्टिक की चौफेरे
भरमार, भूल रहा हैं सब अपना कर्तव्य वयवहार।

शुचि क्रियाएं स्वास्थ्य का है जीवन आधार,
वरना महामारी, गंदगी प्रदुषण बनेगा अकाल मृत्यु का जिम्मेदार।

आओ करें एकल निश्चय,
गंदगी को हटाना है,
घर-घर संदेश पहुँचाना है,
भारत स्वस्थ राष्ट्र बनाना है।

विश्व में स्वच्छ भारत कह लाना है।।।

✍©
अरुणा डोगरा शर्मा,
मोहाली।

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 369 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aruna Dogra Sharma
View all
You may also like:
एक सच ......
एक सच ......
sushil sarna
फूलों से मुरझाना नहीं
फूलों से मुरझाना नहीं
Chitra Bisht
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
बोलो राम राम
बोलो राम राम
नेताम आर सी
भरोसे का बना रहना
भरोसे का बना रहना
surenderpal vaidya
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
Dheerja Sharma
बन के देखा है मैंने गुलाब का फूल,
बन के देखा है मैंने गुलाब का फूल,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उहे समय बा ।
उहे समय बा ।
Otteri Selvakumar
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
4601.*पूर्णिका*
4601.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कायनात की हर शय खूबसूरत है ,
कायनात की हर शय खूबसूरत है ,
Neelofar Khan
#क़तआ / #मुक्तक
#क़तआ / #मुक्तक
*प्रणय*
विकृत संस्कार पनपती बीज
विकृत संस्कार पनपती बीज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
साल को बीतता देखना।
साल को बीतता देखना।
Brijpal Singh
ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
Sonam Puneet Dubey
आज  कई  परेशानियों से घिरा हुआ इंसान।
आज कई परेशानियों से घिरा हुआ इंसान।
Ajit Kumar "Karn"
मैने कभी बेहतर की तलाश नही की,
मैने कभी बेहतर की तलाश नही की,
Mukul Koushik
जीवन के सफ़र में
जीवन के सफ़र में
Surinder blackpen
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
सत्य साधना -हायकु मुक्तक
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Price less मोहब्बत 💔
Price less मोहब्बत 💔
Rohit yadav
वापस आना वीर
वापस आना वीर
लक्ष्मी सिंह
ओ *बहने* मेरी तो हंसती रवे..
ओ *बहने* मेरी तो हंसती रवे..
Vishal Prajapati
बुरा समय
बुरा समय
Dr fauzia Naseem shad
मैं नहीं तो कोई और सही
मैं नहीं तो कोई और सही
Shekhar Chandra Mitra
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
परिसर खेल का हो या दिल का,
परिसर खेल का हो या दिल का,
पूर्वार्थ
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
डॉ० रोहित कौशिक
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
Keshav kishor Kumar
5 लाइन
5 लाइन
Neeraj Agarwal
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
Ravi Prakash
Loading...