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25 Nov 2024 · 1 min read

सर उठा के मत चलिए आज के ज़माने में

सर उठा के मत चलिए आज के ज़माने में
जान जाती रहती है हौसला दिखाने में
हाथ की लकीरों से फ़ैसले नहीं होते
अज़्म का भी हिस्सा है ज़िंदगी बनाने में

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