Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2019 · 1 min read

सर्व-आह्वान

सर्व-आह्वान
—————-
विदित शब्दों की गरिमा..
संस्कारों की महिमा..
तर्कसहित आलोचना..
मनों में भरकर संवेदना..
उचित दिशा सही प्रचार..
विचारणीय तथ्य आचार..
सर्वहित मनोभाव अनुकंपा..
देशहित कर्मों की कर कृपा..
मूल्यों का हो नूतन प्रसार..
उन्नति अनवरत आधार..
एक नव मानव जाति वेग..
प्रेम स्पर्श हृदय का संवेग..
संकीर्णता का पूर्ण ह्रास..
मानवता का हो उल्लास..
एकता की सही तलाश..
झूमे धरती गाए आकाश..
आदर्श भारत की नींव..
रखें हम होकर तनिक सजीव..
जड़ता हो जाए अब शून्य..
इतना कर चलें कर्म पून्य..
दृष्टि रखें निरंतर दूरदर्शी..
भाव रखें सर्व-हृदय स्पर्शी..
अतीत अब शोकाकुल न हो..
भविष्य के प्रति आकुल न हो..
वर्तमान में सुधार क्षण-क्षण..
सुख भोगेगा तन का कण-कण..

आर.एस.बी.प्रीतम
————————

Language: Hindi
1 Like · 307 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
■ दोनों चिर-विरोधी।।
■ दोनों चिर-विरोधी।।
*प्रणय प्रभात*
बेटी से प्यार करो
बेटी से प्यार करो
Neeraj Agarwal
महात्मा गांधी
महात्मा गांधी
Rajesh
दर्द आँखों में आँसू  बनने  की बजाय
दर्द आँखों में आँसू बनने की बजाय
शिव प्रताप लोधी
फ़ितरत अपनी अपनी...
फ़ितरत अपनी अपनी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Shyam Sundar Subramanian
चलो
चलो
हिमांशु Kulshrestha
🙏
🙏
Neelam Sharma
निराला जी पर दोहा
निराला जी पर दोहा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*आओ सब जन पार्क में, करो नित्य ही योग (कुंडलिया)*
*आओ सब जन पार्क में, करो नित्य ही योग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
खुली आँख से तुम ना दिखती, सपनों में ही आती हो।
खुली आँख से तुम ना दिखती, सपनों में ही आती हो।
लालबहादुर चौरसिया लाल
मंजिल का आखरी मुकाम आएगा
मंजिल का आखरी मुकाम आएगा
कवि दीपक बवेजा
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
"संवेदना"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रम साधिका
श्रम साधिका
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
नर्क स्वर्ग
नर्क स्वर्ग
Bodhisatva kastooriya
देश भक्ति का ढोंग
देश भक्ति का ढोंग
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
परमपिता तेरी जय हो !
परमपिता तेरी जय हो !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
sushil yadav
मन मेरा क्यों उदास है.....!
मन मेरा क्यों उदास है.....!
VEDANTA PATEL
बेइंतहा सब्र बक्शा है
बेइंतहा सब्र बक्शा है
Dheerja Sharma
क्राई फॉर लव
क्राई फॉर लव
Shekhar Chandra Mitra
विश्व हिन्दी दिवस पर कुछ दोहे :.....
विश्व हिन्दी दिवस पर कुछ दोहे :.....
sushil sarna
"" *वाङमयं तप उच्यते* '"
सुनीलानंद महंत
अम्बर में अनगिन तारे हैं।
अम्बर में अनगिन तारे हैं।
Anil Mishra Prahari
**पी कर  मय महका कोरा मन***
**पी कर मय महका कोरा मन***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक है ईश्वर
एक है ईश्वर
Dr fauzia Naseem shad
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
2937.*पूर्णिका*
2937.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...