Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Nov 2021 · 1 min read

सरस्वती वंदना

✒️?जीवन की पाठशाला ?️

?माँ सरस्वती के आशीर्वाद एवं सतगुरु की प्रेरणा से मेरी कलम द्वारा स्वरचित मेरी ग्याहरवीं कविता वीणा वादिनी माँ सरस्वती को समर्पित ?

# विषय – सरस्वती वंदना

माँ सरस्वती जय माँ सरस्वती
ब्रह्मदेव की मानस पुत्री
जय जय माँ सरस्वती -1

माघ मास बसंत पंचमी के दिन जन्मी
जय जय माँ सरस्वती -2

एक हाथ में वीणा दूजे में पुस्तक
तीसरे हाथ में माला ,और चौथे में वरमुद्रा
जय जय माँ सरस्वती -3

सफ़ेद और पीला है तुमको भाता
पीताम्बरी रंग है तुमको भाता
जय जय माँ सरस्वती -4

भारती -सरस्वती और शारदा
हंसवाहिनी -जगती और वागीश्वरी
कुमुदि -ब्रह्मचारिणी और बुद्धिदात्री
वरदायनी -चन्द्रकान्ति और भुवनेश्वरी
बारह नामों वाली जय जय माँ सरस्वती -5

तुम्हारा हंस है वाहन
पवित्र और श्रद्धावान
जय जय माँ सरस्वती -6

ऐं बीजमंत्र वाली
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देवय नमः मंत्र पूजक
जय जय माँ सरस्वती ?-7
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान

Language: Hindi
1 Comment · 413 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता)
हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
Phool gufran
Though of the day 😇
Though of the day 😇
ASHISH KUMAR SINGH
अब कलम से न लिखा जाएगा इस दौर का हाल
अब कलम से न लिखा जाएगा इस दौर का हाल
Atul Mishra
नींद
नींद
Kanchan Khanna
*उर्मिला (कुंडलिया)*
*उर्मिला (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बस एक कदम दूर थे
बस एक कदम दूर थे
'अशांत' शेखर
छीना झपटी के इस युग में,अपना स्तर स्वयं निर्धारित करें और आत
छीना झपटी के इस युग में,अपना स्तर स्वयं निर्धारित करें और आत
विमला महरिया मौज
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
“ बधाई आ शुभकामना “
“ बधाई आ शुभकामना “
DrLakshman Jha Parimal
घर से बेघर
घर से बेघर
Punam Pande
तू इश्क, तू खूदा
तू इश्क, तू खूदा
लक्ष्मी सिंह
याद रखते अगर दुआओ में
याद रखते अगर दुआओ में
Dr fauzia Naseem shad
वक्त लगता है
वक्त लगता है
Vandna Thakur
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
Soniya Goswami
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आँखों के आंसू झूठे है, निश्छल हृदय से नहीं झरते है।
आँखों के आंसू झूठे है, निश्छल हृदय से नहीं झरते है।
Buddha Prakash
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*प्रणय प्रभात*
जीवन की धूप-छांव हैं जिन्दगी
जीवन की धूप-छांव हैं जिन्दगी
Pratibha Pandey
"परछाई"
Dr. Kishan tandon kranti
राम से जी जोड़ दे
राम से जी जोड़ दे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
3480🌷 *पूर्णिका* 🌷
3480🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
"दीपावाली का फटाका"
Radhakishan R. Mundhra
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
Shweta Soni
जिंदगी की ऐसी ही बनती है, दास्तां एक यादगार
जिंदगी की ऐसी ही बनती है, दास्तां एक यादगार
gurudeenverma198
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neeraj Agarwal
!!! सदा रखें मन प्रसन्न !!!
!!! सदा रखें मन प्रसन्न !!!
जगदीश लववंशी
*जिंदगी*
*जिंदगी*
Harminder Kaur
Loading...