Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता)

उफ़ हाई रे मेरी तोंद
ये कितनी हिलती डुलती है
सेक्रेटरी से कितनी बार पूछा
चल ये बता क्या, ये दिखती भी है?
डरते डरते उसने इतना बताया
जनता सालों-साल तक लुटती है
बम्बई के शेयर बाज़ार की तरह
आपकी तोंद दिनोदिन कितनी चढ़ती है.
तो फिर तूँ ही बता
इस तोंद का मैं क्या करूँ?
इतने खर्च जो किये चुनाव लड़ने में
फिर मैं अपनी जेब ना भरूँ?
सेक्रेटरी को कितना समझाया
की इस तोंद के चर्चे ही मत किया कर
जनता को सिर्फ इतना बता
भ्रष्टाचार नहीं, कब्ज़ियत से ये ऐसी दिखती है.
मंत्रिपद मिलते ही मनो मुझको
मेरी तोंद में गुड़गुड़ाहट होने लगती
सरकारी ख़जाने पर कैसे हाथ साफ़ करूँ
यही तो हर पल चिंता रहती है.
भ्रष्टाचार के कई मिक्सचर मसाले
हमारी इस तोंद में भड़े-पड़े हैं
उजले कुर्ते से कितना इसको ढके रखा
फिर भी जनता देख ही लेती है
जनता भी कितनी अवल्ल दर्ज़े की वेबकूफ
जनसेवक बना हमें पार्लियामेंट भेजती है
हम तो अपनी सेवा में सरेआम रहते
क्या करें “किशन” ये तोंद इतनी हिलती डुलती क्यों है?

कवि- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)

Language: Hindi
2 Likes · 845 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all
You may also like:
वो मुझ को
वो मुझ को "दिल" " ज़िगर" "जान" सब बोलती है मुर्शद
Vishal babu (vishu)
तेरे शब्दों के हर गूंज से, जीवन ख़ुशबू देता है…
तेरे शब्दों के हर गूंज से, जीवन ख़ुशबू देता है…
Anand Kumar
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
हर नदी अपनी राह खुद ब खुद बनाती है ।
हर नदी अपनी राह खुद ब खुद बनाती है ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दुख भोगने वाला तो कल सुखी हो जायेगा पर दुख देने वाला निश्चित
दुख भोगने वाला तो कल सुखी हो जायेगा पर दुख देने वाला निश्चित
dks.lhp
3066.*पूर्णिका*
3066.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपने अपने कटघरे हैं
अपने अपने कटघरे हैं
Shivkumar Bilagrami
" जुदाई "
Aarti sirsat
शुद्धिकरण
शुद्धिकरण
Kanchan Khanna
👺 #स्टूडियो_वाले_रणबांकुरों_की_शान_में...
👺 #स्टूडियो_वाले_रणबांकुरों_की_शान_में...
*Author प्रणय प्रभात*
जरूरत से ज्यादा
जरूरत से ज्यादा
Ragini Kumari
"मधुर स्मृतियों में"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे याद🤦 आती है
मुझे याद🤦 आती है
डॉ० रोहित कौशिक
देना है तो दीजिए, प्रभु जी कुछ अपमान (कुंडलिया)
देना है तो दीजिए, प्रभु जी कुछ अपमान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
साजिशें ही साजिशें...
साजिशें ही साजिशें...
डॉ.सीमा अग्रवाल
International Day Against Drug Abuse
International Day Against Drug Abuse
Tushar Jagawat
जिंदगी का सफर
जिंदगी का सफर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
💐अज्ञात के प्रति-67💐
💐अज्ञात के प्रति-67💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तेरा हम परदेशी, कैसे करें एतबार
तेरा हम परदेशी, कैसे करें एतबार
gurudeenverma198
मेघ
मेघ
Rakesh Rastogi
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
मैं नहीं हो सका, आपका आदतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
क्या आप उन्हीं में से एक हैं
क्या आप उन्हीं में से एक हैं
ruby kumari
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
दो का पहाडा़
दो का पहाडा़
Rituraj shivem verma
नीर
नीर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
रोज हमको सताना गलत बात है
रोज हमको सताना गलत बात है
कृष्णकांत गुर्जर
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
आ बैठ मेरे पास मन
आ बैठ मेरे पास मन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इश्क़
इश्क़
हिमांशु Kulshrestha
मोर
मोर
Manu Vashistha
Loading...