समुंद्र की खिड़कियां
खुलती हैं जब आसमान की ,
समुंद्र के लिए खिड़कियां ।
एकाकार होकर एक दूजे से,
करते तो होंगे प्यारी बत्तियां ।
आभास तो होता है क्षितिज का ,
एक अद्भुत संगम है दरम्या।
परंतु ध्यान से देखा जाए तो ,
दो प्रेमी खड़े डाल के गलबहियां।
प्रकृति के इस सुंदर दृश्य को ,
समझ सके केवल वही आत्मा ।
जिसमें ईश्वर की रचना से ,
एकाकार होने की हो क्षमता यहां ।