समय
निकल गया, निकल गया
समय हाथ से निकल गया
सोचा था जो कर दिखलाऊंगा
वो तो बस ख्वाबों में ही रह गया
निकल गया, निकल गया
समय हाथ से निकल गया।
छोड़ो चिंता भूत की
जो बीत चला सो बीत गया
वर्तमान में आकर
बुझी हुई ख्वाबों को तुम
अंगारों से करो जाग्रत
नहीं तो, फिर से समय
निकल जाएगा, निकल जाएगा
समय हाथ से निकल जाएगा।
यह अवसर है सही
करके कुछ दिखलाने को
ख्वाबों को सुदृढ़ बनाने को
और मन में चिंगारी जलाने को
जल्दी करो, नहीं तो, फिर से समय
निकल जाएगा, निकल जाएगा
समय हाथ से निकल जाएगा।
इंतजार करना, समय का गुण नहीं
श्रम के अधीन है समय
अगर करोगे तुम श्रम
तो एक दिन, तुम्हारे अधीन होगा समय
जल्दी करो, अगर देर हो जाएगी
तो निकल जाएगा, निकल जाएगा
समय हाथ से निकल जाएगा।