समय का सफर
समय का सफर ,
रुकता नहीं कोई पहर,
हौले-हौले गुजर ही जाए,
सुख-दुःख के संग,
बहुत होते है तेरे रंग ,
कभी रुलाये,कभी हँसाये,
दो पहियों में जीवन,
चलता जाए,
समय का सफर,
हमसफर,
जन्म मृत्यु तक,
बहता जाए,
जीवन में समय बताए,
अपना महत्त्व समझा जाए,
होता है समय बलवान,
जीवन है समयानुसार ।
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।