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24 May 2024 · 1 min read

समय का‌ पहिया

समय का‌ पहिया
घूम रहा है लगातार
घड़ी के कांटे की तरह
सूरज की तरह
भूमि की तरह
हे राही तुझे भी चलना होगा
आग और पानी के साथ
खाली पेट और आंखों की थकावट के लिए
रोटी और विस्तर के साथ
भूंख नींद प्यास जब ना सताए
तब समझ जाना मंजिल में हूं
जिनके लिए ना जाने कितने किया पाप
एक दिन उनसे बिछड़ना था
शायद तुम्हारा पश्चाताप भावी पीढ़ी के काम आए

Language: Hindi
38 Views
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