सब जो भी बोलते हैं, उन्हें बोलने दो,
सब जो भी बोलते हैं, उन्हें बोलने दो,
तुम्हें कौड़ियों में तौलते हैं, तो तौलने दो,
ज़रूरत ही क्या है जुबां से कुछ कहने की,
आगे बढ़ो और बस अपने हुनर को बोलने दो।
©®shikha
सब जो भी बोलते हैं, उन्हें बोलने दो,
तुम्हें कौड़ियों में तौलते हैं, तो तौलने दो,
ज़रूरत ही क्या है जुबां से कुछ कहने की,
आगे बढ़ो और बस अपने हुनर को बोलने दो।
©®shikha