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5 Sep 2024 · 1 min read

सबसे बड़ी शिक्षक

“नमन”
‘मेरी सबसे बड़ी शिक्षक”
” जिन्दगी”

ऐसे ऐसे पाठ तूने मुझे हैं पढाये।
कोई किताब जिसे न सिखलाये।

ऐसे हालात जब सामने थे आये।
ठिठके पाँव,हौसले थे डगमगाये।
बस नये राह तूने मुझे दिखलाये।
चल पड़ी थी मैं बिना हिचकिचाये।

जिन्दगी तेरे सामने हूँ सर झुकाये।
कैसे कैसे पाठ तूने मुझे है पढाये।

Surinder

Language: Hindi
33 Views
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