Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2024 · 1 min read

सबसे बड़ी शिक्षक

“नमन”
‘मेरी सबसे बड़ी शिक्षक”
” जिन्दगी”

ऐसे ऐसे पाठ तूने मुझे हैं पढाये।
कोई किताब जिसे न सिखलाये।

ऐसे हालात जब सामने थे आये।
ठिठके पाँव,हौसले थे डगमगाये।
बस नये राह तूने मुझे दिखलाये।
चल पड़ी थी मैं बिना हिचकिचाये।

जिन्दगी तेरे सामने हूँ सर झुकाये।
कैसे कैसे पाठ तूने मुझे है पढाये।

Surinder

Language: Hindi
55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
Manisha Manjari
मंजिल के जितने नजदीक होगें , तकलीफ़ें और चुनौतियां उतनी ज्या
मंजिल के जितने नजदीक होगें , तकलीफ़ें और चुनौतियां उतनी ज्या
Lokesh Sharma
ज़िन्दगी के
ज़िन्दगी के
Santosh Shrivastava
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
पिया मोर बालक बनाम मिथिला समाज।
Acharya Rama Nand Mandal
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बीता जहाँ बचप
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बीता जहाँ बचप
Shubham Pandey (S P)
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
स्त्री सबकी चुगली अपने पसंदीदा पुरुष से ज़रूर करती है
स्त्री सबकी चुगली अपने पसंदीदा पुरुष से ज़रूर करती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"सूने मन के"
Dr. Kishan tandon kranti
कोहराम मचा सकते हैं
कोहराम मचा सकते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
तुम कितने प्यारे हो
तुम कितने प्यारे हो
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कागज ए ज़िंदगी............एक सोच
कागज ए ज़िंदगी............एक सोच
Neeraj Agarwal
आज की बेटियां
आज की बेटियां
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
Anamika Tiwari 'annpurna '
*वैश्विक समन्वय और भारतीय विमर्श : डॉ पुष्कर मिश्र और आरिफ म
*वैश्विक समन्वय और भारतीय विमर्श : डॉ पुष्कर मिश्र और आरिफ म
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कैसे कहूँ दिल की बातें
कैसे कहूँ दिल की बातें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"Your Time and Energy
Nikita Gupta
Tu mujhmein samata jaa rha hai ,
Tu mujhmein samata jaa rha hai ,
Rishabh Mishra
हरित - वसुंधरा।
हरित - वसुंधरा।
Anil Mishra Prahari
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
हम कितने नोट/ करेंसी छाप सकते है
शेखर सिंह
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
पूर्वार्थ
लेंगे लेंगे अधिकार हमारे
लेंगे लेंगे अधिकार हमारे
Rachana
क्या हो तुम मेरे लिए (कविता)
क्या हो तुम मेरे लिए (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
3171.*पूर्णिका*
3171.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙅पक्का वादा🙅
🙅पक्का वादा🙅
*प्रणय*
*पर्वतों की सैर*
*पर्वतों की सैर*
sudhir kumar
नये साल के नये हिसाब
नये साल के नये हिसाब
Preeti Sharma Aseem
I'm not proud
I'm not proud
VINOD CHAUHAN
Loading...