Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
21 Mar 2024 · 1 min read
“सबक”
“सबक”
किसी को गिराने की गुस्ताखी ना करें।
हो सकता है उन्हीं की वजह से आप खड़े हों।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
3 Comments
· 95 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
ठंड
Ranjeet kumar patre
संवेदनाएं
Dr.Pratibha Prakash
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
Ravikesh Jha
आत्मशुद्धि या आत्मशक्ति
©️ दामिनी नारायण सिंह
गुरु का महत्व
Indu Singh
दर्द ऐसा था जो लिखा न जा सका
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*वो मेरी मांँ है*
Dushyant Kumar
“मंजर”
Neeraj kumar Soni
सत्य मिलता कहाँ है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
मुक्तक – रिश्ते नाते
Sonam Puneet Dubey
ग़ज़ल
Neelofar Khan
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अंगड़ाई
भरत कुमार सोलंकी
खिलखिलाते हैं उसे देखकर बहुत से लोग,
Anand Kumar
कांधा होता हूं
Dheerja Sharma
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
कवि दीपक बवेजा
प्रभु श्री राम
Mamta Singh Devaa
परों को खोल कर अपने उड़ो ऊँचा ज़माने में!
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
तुमको खोकर
Dr fauzia Naseem shad
3674.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll
पूर्वार्थ
*क्या देखते हो*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
" धेले में "
Dr. Kishan tandon kranti
*यहॉं संसार के सब दृश्य, पल-प्रतिपल बदलते हैं ( हिंदी गजल/गी
Ravi Prakash
सफल हस्ती
Praveen Sain
बख़ूबी समझ रहा हूॅं मैं तेरे जज़्बातों को!
Ajit Kumar "Karn"
Loading...