Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2024 · 1 min read

सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए

सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
खूद से एक मुक्कमल मुलाकात कीजिए
राहें ज़िन्दगी में नजारे है बहुत
नज़रें उठाईं कुछ गुनगुनाइए
सुशील मिश्रा ( क्षितिज राज)

Language: Hindi
97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
View all
You may also like:
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
gurudeenverma198
उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है
उदास रातें बुझे- बुझे दिन न खुशनुमा ज़िन्दगी रही है
Dr Archana Gupta
तुम हो कौन ? समझ इसे
तुम हो कौन ? समझ इसे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इन आँखों को हो गई,
इन आँखों को हो गई,
sushil sarna
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दरवाजा खुला छोड़ा था की खुशियां आए ,खुशियां आई भी और साथ में
दरवाजा खुला छोड़ा था की खुशियां आए ,खुशियां आई भी और साथ में
Ashwini sharma
*एनी बेसेंट (गीत)*
*एनी बेसेंट (गीत)*
Ravi Prakash
4036.💐 *पूर्णिका* 💐
4036.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रामदीन की शादी
रामदीन की शादी
Satish Srijan
बाहर निकलने से डर रहे हैं लोग
बाहर निकलने से डर रहे हैं लोग
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मेरे जैसे तमाम
मेरे जैसे तमाम "fools" को "अप्रैल फूल" मुबारक।
*प्रणय*
तुम पास आए
तुम पास आए
Surinder blackpen
रावण
रावण
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
NEW88bet
NEW88bet
new88betus1
मै खामोश हूँ , कमज़ोर नहीं , मेरे सब्र का  इम्तेहान न ले ,
मै खामोश हूँ , कमज़ोर नहीं , मेरे सब्र का इम्तेहान न ले ,
Neelofar Khan
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
शेखर सिंह
A piece of land can make a person the straw of everyone's ey
A piece of land can make a person the straw of everyone's ey
VINOD CHAUHAN
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
आकाश महेशपुरी
*दीवाली मनाएंगे*
*दीवाली मनाएंगे*
Seema gupta,Alwar
तमाम रात वहम में ही जाग के गुज़ार दी
तमाम रात वहम में ही जाग के गुज़ार दी
Meenakshi Masoom
इन सर्द रास्तों पर
इन सर्द रास्तों पर
हिमांशु Kulshrestha
दिवाली के दिन सुरन की सब्जी खाना क्यों अनिवार्य है? मेरे दाद
दिवाली के दिन सुरन की सब्जी खाना क्यों अनिवार्य है? मेरे दाद
Rituraj shivem verma
झूठे लोग सबसे अच्छा होने का नाटक ज्यादा करते हैंl
झूठे लोग सबसे अच्छा होने का नाटक ज्यादा करते हैंl
Ranjeet kumar patre
"फर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
કેમેરા
કેમેરા
Otteri Selvakumar
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पूर्वार्थ
Loading...