सफ़र ए जिंदगी
सफ़र ए जिंदगी की राह में
हर कदम पर इम्तिहान है,
हर इम्तिहान में नया सबक है।
जो सीख लेता है,
वो आगे को बढ़ जाता है
उन्नति के पथ पर,
पाता है रोशनी भरा जीवन।
और जो रुक जाता है,
वो पीछे को रह जाता है
अँधेरे में भटकता
जिसे कोई नहीं पूछता।
इसलिए…,
चलते रहो, बढ़ते रहो
रुको नहीं, ठहरो नहीं
गर तुम्हें सपने पूरे करने है,
और मंजिल को पाना है।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार