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9 Apr 2024 · 1 min read

“सपने”

“सपने”
पलकों में कैद कुछ सपने हैं,
कुछ बेगाने कुछ अपने हैं।
कोई धड़कन में बस कर,
हमारी जान से लगते अपने हैं।

3 Likes · 3 Comments · 95 Views
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