सपने से बनता नहीं, कभी किसी का काम
लेना चाहे श्रेय खुद,किए बिना कुछ काम ।
मिल जायेंगे देश में, .. ऐसे तुच्छ तमाम ।।
किया परिश्रम तब कहीं ,मिलता है अंजाम ।
सपने से बनता नहीं,.कभी किसी का काम।।
रमेश शर्मा.
लेना चाहे श्रेय खुद,किए बिना कुछ काम ।
मिल जायेंगे देश में, .. ऐसे तुच्छ तमाम ।।
किया परिश्रम तब कहीं ,मिलता है अंजाम ।
सपने से बनता नहीं,.कभी किसी का काम।।
रमेश शर्मा.