सदियों का सफऱ…
जानें क्यूँ
तारीख़ बदल जानें से
मंज़र बदल जाते हैं…
मैंने तो
सदियों का सफऱ
एक ठहरे हुए
लम्हें के साथ तय किया है…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’
जानें क्यूँ
तारीख़ बदल जानें से
मंज़र बदल जाते हैं…
मैंने तो
सदियों का सफऱ
एक ठहरे हुए
लम्हें के साथ तय किया है…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’