सदा कर कृपा माँ बचाया करो
सदा कर कृपा माँ बचाया करो
चरण में उसे सिर नवाया करो
रखे दृष्टि अच्छी सभी पर जो माँ
लगा भोग उसको मनाया करो
पहन लाल चुनरी चली आ रही
बुला माँ भजन को गवाया करो
करेगी कृपा भक्तों पे आज माँ
जो दरबार माँ का सजाया करो
बचाया करें लाज माँ आपकी
तभी धड़कनों को नचाया करो
बसेगी दुर्गे माँ दिलों में तभी
सबक प्रीत का तुम पढाया करो
दिवस आज अच्छे चले आ रहे
कभी माँ की धुन पर नचाया करो