Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2024 · 1 min read

“सत्य ही सब कुछ हैं”

हे मानव!🍂
सत्य ही आत्मा हैं
सत्य ही परमात्मा हैं
सत्य की राह पर चलो, न डरो,न झुको ।।
हे मानव!🍂
सत्य ही पूजा हैं
सत्य ही आराधना हैं
सत्य की राह पर चलो, न डरो,न झुको ।।
हे मानव!🍂
सत्य ही जीवन हैं
सत्य ही मरण हैं
सत्य की राह पर चलो, न डरो,न झुको ।।
हे मानव!🍂
सत्य ही संस्कार हैं
सत्य ही अहंकार हैं
सत्य की राह पर चलो, न डरो,न झुको ।।
हे मानव!🍂
सत्य ही शिव हैं
सत्य ही सुंदर हैं
सत्य की राह पर चलो, न डरो,न झुको ।।
हे मानव !🍂
सत्य ही जीत हैं
सत्य ही साथ हैं
सत्य की राह पर चलो, न डरो,न झुको ।।
हे मानव!🍂
सत्य ही सब कुछ हैं
सत्य की राह पर चलो, न डरो,न झुको ।।
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
काव्य प्रतियोगता विषय- सत्य की खोज़
मौलिक एवं स्वरचित- डॉ. वैशाली वर्मा✍🏻

77 Views
Books from Dr. Vaishali Verma
View all

You may also like these posts

तुम गए हो यूँ
तुम गए हो यूँ
Kirtika Namdev
तन्हाइयां
तन्हाइयां
अनिल "आदर्श"
..
..
*प्रणय*
14. Please Open the Door
14. Please Open the Door
Santosh Khanna (world record holder)
बस थोड़ा सा ताप चाहिए
बस थोड़ा सा ताप चाहिए
Anil Kumar Mishra
#गणितीय प्रेम
#गणितीय प्रेम
हरवंश हृदय
तुम रूबरू भी
तुम रूबरू भी
हिमांशु Kulshrestha
अन्तर्मन की विषम वेदना
अन्तर्मन की विषम वेदना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कलियुग की सीता
कलियुग की सीता
Sonam Puneet Dubey
ऋतु परिवर्तन
ऋतु परिवर्तन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"लागैं बसंत के प्रीति पिया"
राकेश चौरसिया
हैं जो हाथ में,लिए नमक शैतान .
हैं जो हाथ में,लिए नमक शैतान .
RAMESH SHARMA
किसे फुरसत है
किसे फुरसत है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मनुष्य बनिए
मनुष्य बनिए
Sanjay ' शून्य'
अटल सत्य संसार का,
अटल सत्य संसार का,
sushil sarna
उलझन
उलझन
Khajan Singh Nain
-: मृत्यु का दर्पण :-
-: मृत्यु का दर्पण :-
Parvat Singh Rajput
तन्हाई चुराने में पूरी ज़िंदगी निकाल दी गई,
तन्हाई चुराने में पूरी ज़िंदगी निकाल दी गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
और क्या कहूँ तुमसे मैं
और क्या कहूँ तुमसे मैं
gurudeenverma198
*गुरुग्राम में चयनित-स्थल विवाह (डेस्टिनेशन वेडिंग) 2,3,4 फर
*गुरुग्राम में चयनित-स्थल विवाह (डेस्टिनेशन वेडिंग) 2,3,4 फर
Ravi Prakash
खुद के वजूद को।
खुद के वजूद को।
Taj Mohammad
*लव यू ज़िंदगी*
*लव यू ज़िंदगी*
sudhir kumar
"कैसा जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
2574.पूर्णिका
2574.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ये सोच कर ही पुरुषों ने पूरी उम्र गुजार दी
ये सोच कर ही पुरुषों ने पूरी उम्र गुजार दी
पूर्वार्थ
*पर्यावरण दिवस * *
*पर्यावरण दिवस * *
Dr Mukesh 'Aseemit'
मैं फक्र से कहती हू
मैं फक्र से कहती हू
Naushaba Suriya
डर नहीं लगता है उतना मुझे अपने द्वारा किए हुए पापो से।
डर नहीं लगता है उतना मुझे अपने द्वारा किए हुए पापो से।
Rj Anand Prajapati
Loading...