सत्य वचन
जीवन सब जोड़े रखा मोह माया के साथ
अंत समय सब कुछ लुटा,गया वो खाली हाथ।१।
भटकत भटकत ज़ीवन बीता मिला ना अंतिम छोर
बस एक बात समझले बंदे राम हाथ तेरी डोर।२।
रात भर रोता रहा मैं बादल के साथ
मैने पूछा क्या हुआ वो बोला ‘ सरताज ‘ ।३।
माँ और बाबा साथ में कौन है ऊँचा धाम
ऊपर से रब भी कहे, माँ के लागे पाँव ।४।
ये बुरा और वो बुरा, सोचा सारा जग बुरा
निंदक दर्पण देखिए काग ना तुझसे बुरा ।५।
पथिक पकड़ लो राह को जाती सीधी ओर
मोह माया सब त्याग दो ले लो दो गज ठौर ।६।
जो आया वो जायेगा यही है सच्चा ज्ञान
सुन घमंडी गौर से काहे करे गुमान ।७।