Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Mar 2024 · 1 min read

सत्य की खोज

है जो अटल सत्य वो हमें स्वीकार नहीं,

सत्य है कि जीवन फूलों से गुलजार नहीं।

यह आभासी दुनिया तो असत्य है,

मृत्यु ही जीवन का अन्तिम सत्य है।

सत्य कहीं और निहित नहीं,

यह तो स्वयं में सन्निहित है।

।।रुचि दूबे।।

4 Likes · 1 Comment · 109 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
𝕾...✍🏻
𝕾...✍🏻
पूर्वार्थ
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
कवि रमेशराज
अंजाना  सा साथ (लघु रचना ) ....
अंजाना सा साथ (लघु रचना ) ....
sushil sarna
నీవే మా రైతువి...
నీవే మా రైతువి...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
Sanjay ' शून्य'
इश्क समंदर
इश्क समंदर
Neelam Sharma
गीत
गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
* बातें व्यर्थ की *
* बातें व्यर्थ की *
surenderpal vaidya
हिंदी काव्य के प्रमुख छंद
हिंदी काव्य के प्रमुख छंद
मधुसूदन गौतम
*बचपन*
*बचपन*
Dushyant Kumar
..
..
*प्रणय*
बेबसी जब थक जाती है ,
बेबसी जब थक जाती है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
Manju sagar
किसी भी देश या राज्य के मुख्या को सदैव जनहितकारी और जनकल्याण
किसी भी देश या राज्य के मुख्या को सदैव जनहितकारी और जनकल्याण
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
4644.*पूर्णिका*
4644.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मतदान
मतदान
Dr Archana Gupta
.
.
Amulyaa Ratan
Dafavip là 1 cái tên đã không còn xa lạ với những người cá c
Dafavip là 1 cái tên đã không còn xa lạ với những người cá c
Dafavipbiz
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
Ravi Betulwala
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सच का सौदा
सच का सौदा
अरशद रसूल बदायूंनी
#गम ही मेरा साया
#गम ही मेरा साया
Radheshyam Khatik
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
Kshma Urmila
उमंग जगाना होगा
उमंग जगाना होगा
Pratibha Pandey
" कविता और प्रियतमा
DrLakshman Jha Parimal
आपके स्वभाव की सहजता
आपके स्वभाव की सहजता
Dr fauzia Naseem shad
Loading...