सत्य का बुद्ध
असत्य की तरह नही,
सत्य की तरह बुद्ध बन जाओ
तेरा- मेरा कहना व्यर्थ हैं
मौन के सत्य को साध लो
श्वासो की डोर पकड़
सत्य को जान लो
मिथ्या संसार के जीवन में,
मिलजुलकर सत्य को स्वीकार लो
मन की चंचलता को पहचान
सुख के पल में स्वयं को सत्य से बाँध लो
असत्य की तरह नही,
सत्य की तरह बुद्ध बन जाओ
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स्वरचित एवं मौलिक- डॉ. वैशाली वर्मा✍🏻