*सत्य : और प्रयोग*
सत्य: हमेशा ही सत्य है
असत्य इसे सत्य नहीं बना सकता है
झूठ और मिथ्या का प्रयोग
इसके रूप और रंग बदल सकते हैं।
सियार कितना ही रंग बदल ले
या वह किसी को नया वस्त्र पहना दे
हमाम में सभी नंगे ही तो हैं
असलियत सबके सामने आते ही है।
दूध में कोई पानी मिला दे
या पानी में ही दूध मिला दे
मिलावटी दूध भी मिलते हैं
असली तो असली ही होते हैं।
कुछ लोग बातूनी होते हैं
केवल अपनी ही सुनते भी हैं
मिर्च – मसाला मिलाना जानते हैं
अपना भी रंग बदलना जानते हैं।
************************************* @स्वरचित और मौलिक
घनश्याम पोद्दार
मुंगेर