Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2022 · 1 min read

सत्यमंथन

सत्यमंथन
~~°~~°~~°
झूठ की तारीफ और सत्य का उपहास,
प्रचलन बना,.. क्यूँ दोस्तों..?
झूठ का सामना यदि,सत्य से होता यहाँ पर ,
सत्य का दामन फिर कोई,थामता नहीं,.. क्यूँ दोस्तों..?

झूठ की तारीफ और सत्य का उपहास,
प्रचलन बना,.. क्यूँ दोस्तों..?

पास में है झूठ बैठा,भुजंगों सा फन फैलाये हुए,
पासवाले को पता नहीं क्यूँ ,जहर विषैला दोस्तों..!
सत्य है अंजान बैठा, मुँह छुपाये दूर में ।
सोचता..इस युग में कोई, पूछता नहीं,.. क्यूँ दोस्तों..?

झूठ की तारीफ और सत्य का उपहास,
प्रचलन बना,.. क्यूँ दोस्तों..?

झूठ का सीना तो देखो,गर्व से चौड़ा हो रहा,
सत्य शर्म से नजरें छुपाये, बस पानी पानी हो रहा।
सत्य अलौकिक शिव सा सुंदर, होता है न, दोस्तों..!
युगसंधि की महाबेला में ,तनिक ये तो विचारों दोस्तों…!

झूठ की तारीफ और सत्य का उपहास,
प्रचलन बना,.. क्यूँ दोस्तों..?

सत्य से शिकवा सभी को, झूठ है आँखों का तारा,
झूठ से तो रंगीन महफ़िल,सत्य है वीराना यहाँ पर।
सत्य खातिर हरिश्चन्द्र बिक गए ,
दामन नहीं छोड़ा मगर वो।
सत्य के घर सिर्फ देर होता, अंधेर नहीं है,.दोस्तों..!

झूठ की तारीफ और सत्य का उपहास,
प्रचलन बना,.. क्यूँ दोस्तों..?

मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि – २५ /०४ /२०२२
वैशाख ,कृष्ण पक्ष, दशमी ,सोमवार।
विक्रम संवत २०७९
मोबाइल न. – 8757227201

Language: Hindi
8 Likes · 16 Comments · 934 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from मनोज कर्ण
View all
You may also like:
दिखावटी लिबास है
दिखावटी लिबास है
Dr Archana Gupta
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr. Rajeev Jain
बेमेल शादी!
बेमेल शादी!
कविता झा ‘गीत’
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
Keshav kishor Kumar
गर्भपात
गर्भपात
Dr. Kishan tandon kranti
بدلتا ہے
بدلتا ہے
Dr fauzia Naseem shad
वो शिकायत भी मुझसे करता है
वो शिकायत भी मुझसे करता है
Shweta Soni
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरे ख्वाब ।
मेरे ख्वाब ।
Sonit Parjapati
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
सनातन की रक्षा
सनातन की रक्षा
Mahesh Ojha
2820. *पूर्णिका*
2820. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"तुम तो बस अब गरजो"
Ajit Kumar "Karn"
प्यार
प्यार
Ashok deep
विचलित लोग
विचलित लोग
Mahender Singh
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
अहम जब बढ़ने लगता🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मतलबी नहीं हूँ
मतलबी नहीं हूँ
हिमांशु Kulshrestha
भाल हो
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
राहें
राहें
Shashi Mahajan
जिन्दगी का संघर्ष
जिन्दगी का संघर्ष
Pramod kumar
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
*उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
Ashwini sharma
???
???
शेखर सिंह
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Surinder blackpen
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
पितृ स्वरूपा,हे विधाता..!
मनोज कर्ण
सफर
सफर
Ritu Asooja
लम्हें यादों के.....
लम्हें यादों के.....
कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप"
ग्वालियर की बात
ग्वालियर की बात
पूर्वार्थ
Loading...