सतरंगी सपने
है खुला
गगन
उड़ने के लिए
नहीं देखते पंछी
ऊॅचाईयां
अम्बर की
लहराये तिरंगा
गगन में
चाहत हर
सैनिक की
शहीद होता
वह देश की
खातिर
है तिरंगा
मान उनका
देश की
रक्षा
उदेश्य उनका
सतरंगी
संजोये सपने
बच्चे
इन्द्रधनुष से
रंग हैं
गगन में
बीच उनके
रहना है
जीवन में
बढते जाना है
है प्रेरणास्रोत
गगन
जिन्दगी में
जुझारू
मेहनतकश
बनाता है
अम्बर
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल