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5 Feb 2020 · 1 min read

सजा कैसी मिली मुझको दिल लगाने की

सजा कैसी मिली मुझको दिल लगाने की
छूट गयी मेरी आदत भी मुस्कराने की
अब तो अंजुमन में फ़क़त इंतज़ार है
क्या तुमने कसम खायी है न आने की

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