Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2024 · 1 min read

सच है, कठिनाइयां जब भी आती है,

सच है, कठिनाइयां जब भी आती है,
बहुत कुछ सिखलाकर जाती है,
इस समय वीर न कभी रोते,
न अपना वे साहस खोते,
परीक्षा लेता ऊपर वाला है,
जो सबका भाग्य विधाता है।

नियति पर कभी न शक करना,
क्षण एक नहीं तुम व्यर्थ करना,
जो एक पथ पर चलता जाता है,
राह स्वयं अपनी जो बनाता है,
वही मनुष्य आगे जाकर,
विश्व विजेता तब कहलाता है,
विश्व विजेता तब कहलाता है।

1 Like · 25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
समंदर
समंदर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मां कात्यायनी
मां कात्यायनी
Mukesh Kumar Sonkar
मेरे वर्णों को नया आयाम दिया
मेरे वर्णों को नया आयाम दिया
Pramila sultan
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
*छ्त्तीसगढ़ी गीत*
Dr.Khedu Bharti
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध।
रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध।
डॉ.सीमा अग्रवाल
फसल
फसल
Bodhisatva kastooriya
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
Ram Krishan Rastogi
■ बड़ा सवाल ■
■ बड़ा सवाल ■
*प्रणय प्रभात*
गलत चुनाव से
गलत चुनाव से
Dr Manju Saini
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
Rituraj shivem verma
I've lost myself
I've lost myself
VINOD CHAUHAN
मान जाने से है वो डरती
मान जाने से है वो डरती
Buddha Prakash
योग ही स्वस्थ जीवन का योग है
योग ही स्वस्थ जीवन का योग है
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
Sampada
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
ग़ज़ल _ महकती जब ये मिट्टी प्यार की नींदें उड़ाती है ,
Neelofar Khan
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
घडी के काटोंपर आज ,
घडी के काटोंपर आज ,
Manisha Wandhare
राष्ट्रपिता
राष्ट्रपिता
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
Dr Archana Gupta
विश्व पुस्तक मेला
विश्व पुस्तक मेला
Dr. Kishan tandon kranti
*लटें जज़्बात कीं*
*लटें जज़्बात कीं*
Poonam Matia
कविता _ रंग बरसेंगे
कविता _ रंग बरसेंगे
Manu Vashistha
हिंदी दोहा-कालनेमि
हिंदी दोहा-कालनेमि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
Rakshita Bora
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
मसला सिर्फ जुबान का हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
!! मैं कातिल नहीं हूं। !!
!! मैं कातिल नहीं हूं। !!
जय लगन कुमार हैप्पी
जमाने को खुद पे
जमाने को खुद पे
A🇨🇭maanush
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...