सच है, कठिनाइयां जब भी आती है,
सच है, कठिनाइयां जब भी आती है,
बहुत कुछ सिखलाकर जाती है,
इस समय वीर न कभी रोते,
न अपना वे साहस खोते,
परीक्षा लेता ऊपर वाला है,
जो सबका भाग्य विधाता है।
नियति पर कभी न शक करना,
क्षण एक नहीं तुम व्यर्थ करना,
जो एक पथ पर चलता जाता है,
राह स्वयं अपनी जो बनाता है,
वही मनुष्य आगे जाकर,
विश्व विजेता तब कहलाता है,
विश्व विजेता तब कहलाता है।