सच तो हमेशा शांत रहता है
“सच तो हमेशा शांत रहता है, झूठ होगा तभी हाका हुआ होगा”
कुछ न कुछ तो जला ही होगा आखिर कैसे कोई खाक हुआ होगा
कभी सुना नहीं, कहीं किसी के कहने भर से, कोई दाग लगा होगा
खबरियों की खबर नहीं ली जाती उन से तो ख़बरें ली जाती हैं
खबरियों को दागी बता, क्या कभी, कोई साफ पाक हुआ होगा
जब सभी कुछ सही है, फिर कहने सुनने में, डर किस बात का है
इल्ज़ाम लगाने भर से कभी, किसी का गुनाह, साबित हुआ होगा
पुरानी कहावत है, चलते हुए हाथी पर, कुत्ते तो भौंकते ही रहते हैं
पर कभी सुना है कि उनके भौंकने से कहीं कोई हाथी गिरा होगा
सांच को आंच नहीं होती, झूठ के पांव नहीं होते, ये जान लीजिए
सच तो, हमेशा ही शांत रहता है, झूठ होगा, तभी हाका हुआ होगा
~ नितिन जोधपुरी “छीण”