Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2024 · 1 min read

सच को कभी तुम छुपा नहीं सकते

रूप बदलकर तुम यूं अपना, सच को कभी तुम छुपा नहीं सकते।
चाहे बदल लो कितने ही चेहरे, हकीकत कभी तुम बदल नहीं सकते।।
रूप बदलकर तुम यूं अपना——————-।।

यह तुमने जो कमाई है दौलत, पाई है यहाँ जो शौहरत।
कितनों का तुमने दिल दुःखाकर, पूरी की है अपनी हसरत।।
खुद को तुम सजा लो कितना ही, खुदा कभी तुम बन नहीं सकते।
कर लो चाहे तुम कितने भी पहरे, सच से कभी तुम बच नहीं सकते।।
रूप बदलकर तुम यूं अपना—————-।।

करते हो सौदा मोहब्बत में तुम, जज्बाते- दिल और इज्जत का।
क्या समझोगे इन्सानों को, इमानो- कर्म इंसानियत का।।
सच तो सच है वह यूं ऐसे, पर्दे में कभी छुप नहीं सकता।
चाहे लगा लो खुद पे नकाब, दाग कभी तुम मिटा नहीं सकते।।
रूप बदलकर तुम यूं अपना—————–।।

आखिर क्यों खुश है तू इतना, क्या नेक किया है यहाँ तुमने।
नफरत के तुमने जलाकर दीये, घर यहाँ जलाये कितने तुमने।।
सोचो नहीं कभी ऐसा तुम, कोई तुमको नहीं देख रहा।
चाहे कर लो पापों पे पर्दा तुम, निर्दोष कभी तुम हो नहीं सकते।।
रूप बदलकर तुम यूं अपना——————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खुद को संवार लूँ.... के खुद को अच्छा लगूँ
खुद को संवार लूँ.... के खुद को अच्छा लगूँ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
Orange 🍊 cat
Orange 🍊 cat
Otteri Selvakumar
दिखता नही किसी को
दिखता नही किसी को
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
आओ गुफ्तगू करे
आओ गुफ्तगू करे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
Be happy with the little that you have, there are people wit
Be happy with the little that you have, there are people wit
पूर्वार्थ
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
Dr fauzia Naseem shad
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
Abhishek Soni
रिश्ते को इस तरह
रिश्ते को इस तरह
Chitra Bisht
ಅನಾವಶ್ಯಕವಾಗಿ ಅಳುವುದರಿಂದ ಏನು ಪ್ರಯೋಜನ?
ಅನಾವಶ್ಯಕವಾಗಿ ಅಳುವುದರಿಂದ ಏನು ಪ್ರಯೋಜನ?
Sonam Puneet Dubey
******प्यारी मुलाक़ात*****
******प्यारी मुलाक़ात*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"स्कूली लाइफ"
Dr. Kishan tandon kranti
गरीबी और लाचारी
गरीबी और लाचारी
Mukesh Kumar Sonkar
पिता
पिता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
इतनी भी
इतनी भी
Santosh Shrivastava
हे कृष्ण कई युग बीत गए तुम्हारे अवतरण हुए
हे कृष्ण कई युग बीत गए तुम्हारे अवतरण हुए
Saraswati Bajpai
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
VINOD CHAUHAN
4339.*पूर्णिका*
4339.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
और तो क्या ?
और तो क्या ?
gurudeenverma198
नई सोच नया विचार
नई सोच नया विचार
कृष्णकांत गुर्जर
Life through the window during lockdown
Life through the window during lockdown
ASHISH KUMAR SINGH
*गाफिल स्वामी बंधु हैं, कुंडलिया-मर्मज्ञ (कुंडलिया)*
*गाफिल स्वामी बंधु हैं, कुंडलिया-मर्मज्ञ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
समय (Time), सीमा (Limit), संगत (Company) और स्थान ( Place),
समय (Time), सीमा (Limit), संगत (Company) और स्थान ( Place),
Sanjay ' शून्य'
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लेखक
लेखक
Shweta Soni
टीस
टीस
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
"" *माँ की ममता* ""
सुनीलानंद महंत
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
.
.
*प्रणय प्रभात*
*कमबख़्त इश्क़*
*कमबख़्त इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...