“सच की सूरत”
“सच की सूरत”
सोच लो, समझ लो
अच्छे से जान लो
ये सूरत पहचान लो
सारा संसार कभी न कभी
कहीं न कहीं काम आते हैं
कभी कोई काम आते हैं
कभी कोई काम आते हैं।
“सच की सूरत”
सोच लो, समझ लो
अच्छे से जान लो
ये सूरत पहचान लो
सारा संसार कभी न कभी
कहीं न कहीं काम आते हैं
कभी कोई काम आते हैं
कभी कोई काम आते हैं।