Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

सच की मौत

कहते हैं झूठ के पांव नहीं होते,
फिर भी वह जड़ें जमाने की कोशिश करता है।
बार – बार पकड़े जाने पर भी,
सच पर एक नया इल्जाम लगा कर,
हाथों से फिसल जाता है।
सच बेचारा तोहमतों में घिरा,
अपने आप को साबित करने में लगा रहता है।
कभी गीता कभी कुरान तो कभी,
रिश्तों की कसमें खाता है।
झूठ कहीं दूर खड़ा इस तमाशे को देख,
अपने पर इतराता है।
और सच की बेबसी पर हंसता है।
सच भी खामोश हो दफ़न हो जाता है।
झूठ की चकाचौंध भरी दुनिया में,
वह एक लावारिस है।
जो कुत्ते की मौत मरने के लिए,
दुनिया में आता है।

Language: Hindi
1 Like · 192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीवनी गुप्ता
View all
You may also like:
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
Dr Archana Gupta
💐प्रेम कौतुक-524💐
💐प्रेम कौतुक-524💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*** लहरों के संग....! ***
*** लहरों के संग....! ***
VEDANTA PATEL
"ऐतबार"
Dr. Kishan tandon kranti
रेत पर मकान बना ही नही
रेत पर मकान बना ही नही
कवि दीपक बवेजा
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
Keshav kishor Kumar
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
Seema gupta,Alwar
गोविंदा श्याम गोपाला
गोविंदा श्याम गोपाला
Bodhisatva kastooriya
मंत्र: पिडजप्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता।
मंत्र: पिडजप्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता।
Harminder Kaur
.*यादों के पन्ने.......
.*यादों के पन्ने.......
Naushaba Suriya
जीवन में सफलता पाने के लिए तीन गुरु जरूरी हैं:
जीवन में सफलता पाने के लिए तीन गुरु जरूरी हैं:
Sidhartha Mishra
फल आयुष्य
फल आयुष्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पिता का गीत
पिता का गीत
Suryakant Dwivedi
वैज्ञानिक चेतना की तलाश
वैज्ञानिक चेतना की तलाश
Shekhar Chandra Mitra
प्रेम और घृणा से ऊपर उठने के लिए जागृत दिशा होना अनिवार्य है
प्रेम और घृणा से ऊपर उठने के लिए जागृत दिशा होना अनिवार्य है
Ravikesh Jha
मरीचिका
मरीचिका
लक्ष्मी सिंह
बाल कविता :गर्दभ जी
बाल कविता :गर्दभ जी
Ravi Prakash
तू है एक कविता जैसी
तू है एक कविता जैसी
Amit Pathak
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
Ujjwal kumar
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
Er. Sanjay Shrivastava
1-अश्म पर यह तेरा नाम मैंने लिखा2- अश्म पर मेरा यह नाम तुमने लिखा (दो गीत) राधिका उवाच एवं कृष्ण उवाच
1-अश्म पर यह तेरा नाम मैंने लिखा2- अश्म पर मेरा यह नाम तुमने लिखा (दो गीत) राधिका उवाच एवं कृष्ण उवाच
Pt. Brajesh Kumar Nayak
काश
काश
Sidhant Sharma
■ आज का शेर अपने यक़ीन के नाम।
■ आज का शेर अपने यक़ीन के नाम।
*Author प्रणय प्रभात*
आशा
आशा
Sanjay ' शून्य'
जीवन
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
" महक संदली "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
2839.*पूर्णिका*
2839.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
महसूस तो होती हैं
महसूस तो होती हैं
शेखर सिंह
Loading...