“सच का टुकड़ा”
“सच का टुकड़ा”
जो प्राप्त हुआ
जान लो
वो समाप्त हुआ,
इसलिए
ना मिलो कभी तुम
कि एक तलाश
सदा बाकी रहे..।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
“सच का टुकड़ा”
जो प्राप्त हुआ
जान लो
वो समाप्त हुआ,
इसलिए
ना मिलो कभी तुम
कि एक तलाश
सदा बाकी रहे..।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति