“सच का टुकड़ा”
“सच का टुकड़ा”
लिखने वाले ने तो
लिख दिया कि
दौलत साथ नहीं जाएगी,
पर यह नहीं लिखा कि
इंसान के मरते तक
दौलत बहुत काम आएगी।
“सच का टुकड़ा”
लिखने वाले ने तो
लिख दिया कि
दौलत साथ नहीं जाएगी,
पर यह नहीं लिखा कि
इंसान के मरते तक
दौलत बहुत काम आएगी।