Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2023 · 1 min read

सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है

जाती नहीं बेकार कभी भी, की गई सच्ची मेहनत।
मिलता है फल जरूर, यदि की है दिल से मिन्नत।।
जाती नहीं बेकार कभी—————————-।।

हमको बस ख्याल यही हो, काम बस बुरा नहीं हो।
लाता है बहार पसीना, आये चाहे कैसी भी मुसीबत।।
जाती नहीं बेकार कभी—————————-।।

बोये कितने भी नश्तर, लोग चाहे राहो- मंजिल में।
मिल जाती है मंजिल भी, हो चाहे किसी भी किस्मत।।
जाती नहीं बेकार कभी—————————-।।

जीत तो होती है एक दिन, सच- ईमानदारी की ही।
मिलती है इज्जत सभी से, की हो यदि सच्ची मोहब्बत।।
जाती नहीं बेकार कभी—————————-।।

बदनामी और हंसी करेंगे, देखकर तुमको अकेला।
हारे नहीं हिम्मत यदि तो, मिल भी जाती है जन्नत।।
जाती नहीं बेकार कभी—————————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

190 Views

You may also like these posts

महका है आंगन
महका है आंगन
surenderpal vaidya
राम की शरण में जाओ
राम की शरण में जाओ
Sudhir srivastava
दिन तो खैर निकल ही जाते है, बस एक रात है जो कटती नहीं
दिन तो खैर निकल ही जाते है, बस एक रात है जो कटती नहीं
पूर्वार्थ
मैं भारत का जन गण
मैं भारत का जन गण
Kaushal Kishor Bhatt
कर्मफल भोग
कर्मफल भोग
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
भौतिक सुख की चाह में,
भौतिक सुख की चाह में,
sushil sarna
प्राणवल्लभा
प्राणवल्लभा
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
Ravi Prakash
*तेरे साथ जीवन*
*तेरे साथ जीवन*
AVINASH (Avi...) MEHRA
मेरी पावन मधुशाला
मेरी पावन मधुशाला
Rambali Mishra
सियासत जो रियासत खतम करके हम बनाए थे, सियासत से रियासत बनाने
सियासत जो रियासत खतम करके हम बनाए थे, सियासत से रियासत बनाने
Sanjay ' शून्य'
..
..
*प्रणय*
असफलता का जश्न
असफलता का जश्न
Dr. Kishan tandon kranti
Sorrow and I.
Sorrow and I.
Priya princess panwar
शंकर आदि अनंत
शंकर आदि अनंत
Dr Archana Gupta
तुम भी सर उठा के जी सकते हो दुनिया में
तुम भी सर उठा के जी सकते हो दुनिया में
Ranjeet kumar patre
হনুমানকে নিয়ে লেখা কবিতা
হনুমানকে নিয়ে লেখা কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
नेह के परिंदें
नेह के परिंदें
Santosh Soni
टूटता   है  यकीन  खुद  पर  से,
टूटता है यकीन खुद पर से,
Dr fauzia Naseem shad
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
Suryakant Dwivedi
भूल सकू तो भुला दूं
भूल सकू तो भुला दूं
Kaviraag
बेवफा, जुल्मी💔 पापा की परी, अगर तेरे किए वादे सच्चे होते....
बेवफा, जुल्मी💔 पापा की परी, अगर तेरे किए वादे सच्चे होते....
SPK Sachin Lodhi
*गणेश चतुर्थी*
*गणेश चतुर्थी*
Pushpraj Anant
मन ही मन घबरा रहा था।
मन ही मन घबरा रहा था।
manorath maharaj
।। समीक्षा ।।
।। समीक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सूखी नहर
सूखी नहर
मनोज कर्ण
परिवार बचाओ (सामाजिक गीत)
परिवार बचाओ (सामाजिक गीत)
Dr. P.C. Bisen
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
Ashwini sharma
Loading...