“सच्ची जिन्दगी”
“सच्ची जिन्दगी”
हकीकत को तो छोड़िए
मौत तो सपने में भी
बहुत भयावह होती है,
सच्ची जिन्दगी तो वो है
जो मौत को देखकर भी
विचलित नहीं होती है।
“सच्ची जिन्दगी”
हकीकत को तो छोड़िए
मौत तो सपने में भी
बहुत भयावह होती है,
सच्ची जिन्दगी तो वो है
जो मौत को देखकर भी
विचलित नहीं होती है।