सखी री आई तीज !
सखी री आई तीज !
सखी री आई तीज बड़ी मनभावन
माँ गौरा से आशिष पावें
है अति पर्व ये पावन
मिल सोलह श्रृंगार करें सखि मौसम मधुर सुहावन
सखी री आई तीज बड़ी मनभावन।
आओ झूमें नाचें मिल सब
गीत चलें सब गावन,
पूजा व्रत कर करूं प्रार्थना
जन्मों रहूं सुहागन।
सखी री आई तीज बड़ी मनभावन।
रिमझिम रिमझिम मेघा बरसें
हिय हुलसाए सावन
झूला झूलूंगी जी भरके
झूंका दें मोरे साजन
सखी री आई तीज बड़ी मनभावन।
अनुराग दीक्षित