संवेदना ही हमारी इन्सानियत है,
संवेदना ही हमारी इन्सानियत है,
संवेदना ही हमारी ताकत है।
संवेदना ही हमारी कमज़ोरी है,
संवेदना ही हमारा सब कुछ है।
संवेदना के बिना जीवन अधूरा है,
संवेदना के बिना जीवन व्यर्थ है।
संवेदना ही जीवन है,
संवेदना ही जीवन का आधार है।
– सुमन मीना (अदिति)
लेखिका एवं साहित्यकार