संवेदना हीन/वर्ण पिरामिड
क्यों
मन
शून्यता
हृदय के
भाव गायब
सेवा- सहयोग
संवेदनशीलता ।
है
युग
प्रभाव
मानवता
स्वार्थ लोलुप
संवेदना खत्म
शैतानियत जहाँ।
ये
दुष्ट
इंसान
मालामाल
बुरे विचार
संवेदना हीन
प्रसिद्धि अधिकार ।
राजेश कौरव सुमित्र