Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

संवेदनाएं जिंदा रखो

इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो।
संवेदनाएं . . . . . .
किसी की दुःख,
किसी की तकलीफ का,
तुम्हें एहसास नहीं होता,
तो, तुम जिंदा लाश हो।
संवेदना जब मर जाती है,
तो असंवेदनशील हो जाती है।
इसीलिए तो कहता हूं,
संवेदनाएं जिंदा रखो।
संवेदनाएं . . . . . .
चलो हम अपने राष्ट्र को,
अमन चैन का चमन बनाएं।
मजहबी बंधन तोड़ कर,
भाईचारा जग में फैलाएं।
कोई भी हमको तोड़ न सके,
रिश्तों की मजबूत दीवार बनाएं।
सांप्रदायिकता छू न सके,
प्रगाड़ता की मिसाल बनाएं।
किसी मोड़ पर दुश्मन से भी भेंट हो जायें तो शर्मिन्दा न हो जाए।
इसीलिए तो कहता हूं,
इंसानियत जिंदा रखो।
संवेदनाएं . . . . . .

नेताम आर सी

Language: Hindi
1 Like · 79 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नेताम आर सी
View all
You may also like:
World Tobacco Prohibition Day
World Tobacco Prohibition Day
Tushar Jagawat
यादों के बीज बिखेर कर, यूँ तेरा बिन कहे जाना,
यादों के बीज बिखेर कर, यूँ तेरा बिन कहे जाना,
Manisha Manjari
जल का अपव्यय मत करो
जल का अपव्यय मत करो
Kumud Srivastava
नेता सोये चैन से,
नेता सोये चैन से,
sushil sarna
सूरज का होना
सूरज का होना
पूर्वार्थ
#आज़ादी_का_सबक़- *(अपनी पहचान आप बनें)* 👌
#आज़ादी_का_सबक़- *(अपनी पहचान आप बनें)* 👌
*प्रणय*
मृत्युभोज
मृत्युभोज
अशोक कुमार ढोरिया
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
manjula chauhan
दो सहेलियों का मनो विनोद
दो सहेलियों का मनो विनोद
मधुसूदन गौतम
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
तुम हो कौन ? समझ इसे
तुम हो कौन ? समझ इसे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुस्कराना
मुस्कराना
Neeraj Agarwal
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
शिव प्रताप लोधी
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
surenderpal vaidya
*शत-शत नमन प्रोफेसर ओमराज*
*शत-शत नमन प्रोफेसर ओमराज*
Ravi Prakash
आज का नेता
आज का नेता
Shyam Sundar Subramanian
फूलों से सीखें महकना
फूलों से सीखें महकना
भगवती पारीक 'मनु'
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
बारिश मे प्रेम ❣️🌹
बारिश मे प्रेम ❣️🌹
Swara Kumari arya
कभी कभी ज़िंदगी में लिया गया छोटा निर्णय भी बाद के दिनों में
कभी कभी ज़िंदगी में लिया गया छोटा निर्णय भी बाद के दिनों में
Paras Nath Jha
Mere papa
Mere papa
Aisha Mohan
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
4018.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वीर भगत सिंह
वीर भगत सिंह
आलोक पांडेय
गुरु का महत्व एक शिष्य के जीवन में अनुपम होता है। हम चाहे कि
गुरु का महत्व एक शिष्य के जीवन में अनुपम होता है। हम चाहे कि
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
चुप
चुप
Dr.Priya Soni Khare
जपू नित राधा - राधा नाम
जपू नित राधा - राधा नाम
Basant Bhagawan Roy
कोई शिकायत आपको हमसे अब होगी नहीं
कोई शिकायत आपको हमसे अब होगी नहीं
gurudeenverma198
वक्त आने पर सबको दूंगा जवाब जरूर क्योंकि हर एक के ताने मैंने
वक्त आने पर सबको दूंगा जवाब जरूर क्योंकि हर एक के ताने मैंने
Ranjeet kumar patre
यदि आप किसी काम को वक्त देंगे तो वह काम एक दिन आपका वक्त नही
यदि आप किसी काम को वक्त देंगे तो वह काम एक दिन आपका वक्त नही
Rj Anand Prajapati
Loading...