Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2023 · 1 min read

संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा 🇮🇳

एक ग्रंथ नही ?
माँ भारती की जीवित
आत्मा सर्वोच्च विधान
बुनियादी सांचा ढांचा

विधायिका कार्यपालिका
न्यायपालिका का संगम
दायित्व कर्तव्यों सीमांकन
जन सपनो मूल्यों का दर्पण है

कैबिनेट मिशन ने 1946 किया
गठन संविधान सभा का जो
26 नवंबर उन्नीस सौ 49 को
अंगीकार से 26जनवरी उन्नीस सौ

पचास में लागू अपना संविधान
प्रेम बिहारी नारायण रायजादा
दिल्ली वासी 251 पेज के संविधान
मुफ्त में हाथों से लिखने वाले सफल

कैलीग्राफी आर्टिस्ट थे जिसने
भारत को सबसे लंबा हस्त लिखित
संविधान दे भारत को सम्मान दिया
साठ महादेश संविधानों का निचोड़ है

अनुच्छेद 395 अनुसूचियां 8 भाग22 में
विभाजित प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद
प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू एवं सं
विधान सभा सदस्यों के हस्ताक्षर से
महाराज बाड़ा ग्वालियर

स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी में मूल प्रति
संविधान सुरक्षित संरक्षित है।
वावा साहब भीमराव अंबेडकर
संविधान जनक वास्तुकार है।

वेद पुराण उपनिषद् कुरान
बाइबल गीतासार आचार विचार
स्वतंत्रता अभिव्यक्ति धर्म संस्कृति
रंग रूप भेष भाषा शिक्षा संपत्ति

न्याय कानून संरक्षक अपना
संविधान इसे मान सम्मान करने
वाले इतिहास बदल युगांतर हो
पूजे जाते हैं पर ??
संविधान दरकिनार से डगर डगर
भटक भटक नि :रस हो अपनी
पहचान छुपाने मजबूर हो जाते

हे ! भारत के लोगो ?????
आचार संहिता इस संविधान ने
स्वतंत्रता समानता विश्वगुरु राह
जीने का अधिकार दिलाया है

समझ जरा इनकी गरिमा ये
सिर्फ एक ग्रंथ नही मां भारती
का सुरक्षित संरक्षित एक जीवित
आत्मा है ❤️❤️❤️❤️❤️❤️

मैं ही नहीं भारतीय इतिहास
श्रद्धा सम्मान से संविधान को
सत् सत् नमन करता है।
सत् सत् नमन करता है ।
🙏🙏❤️❤️❤️🙏🙏

तारकेश्वर प्रसाद तरूण

Language: Hindi
4 Likes · 160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all
You may also like:
उलझनें
उलझनें
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
गंगा से है प्रेमभाव गर
गंगा से है प्रेमभाव गर
VINOD CHAUHAN
नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्री-डेथ
प्री-डेथ
*प्रणय*
स्तुति - गणपति
स्तुति - गणपति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*
*"नमामि देवी नर्मदे"*
Shashi kala vyas
श्री राम अयोध्या आए है
श्री राम अयोध्या आए है
जगदीश लववंशी
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
"जुबां पर"
Dr. Kishan tandon kranti
गुरूता बने महान ......!
गुरूता बने महान ......!
हरवंश हृदय
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक़्त का सफ़र,
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक़्त का सफ़र,
Shivam Sharma
*संस्कारों की दात्री*
*संस्कारों की दात्री*
Poonam Matia
श्रध्दा हो तुम ...
श्रध्दा हो तुम ...
Manisha Wandhare
विदाई
विदाई
Aman Sinha
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
AJAY AMITABH SUMAN
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
कृष्णकांत गुर्जर
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हिन्दी ही दोस्तों
हिन्दी ही दोस्तों
SHAMA PARVEEN
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
हरिओम 'कोमल'
3382⚘ *पूर्णिका* ⚘
3382⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए प
कोई भी इतना व्यस्त नहीं होता कि उसके पास वह सब करने के लिए प
पूर्वार्थ
लेखनी का सफर
लेखनी का सफर
Sunil Maheshwari
बड़ी अदा से बसा है शहर बनारस का
बड़ी अदा से बसा है शहर बनारस का
Shweta Soni
"" *सिमरन* ""
सुनीलानंद महंत
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चलो
चलो
हिमांशु Kulshrestha
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
दिल लगाया है जहाॅं दिमाग न लगाया कर
Manoj Mahato
वो सांझ
वो सांझ
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सर सरिता सागर
सर सरिता सागर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...