Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2021 · 1 min read

संभल के चल डगर में —-

संभल के चल डगर में,फिसला तो न कोई उठाएगा।
कहता जिसे अपना, फासला सबसे पहले वही बड़ाएगा।।
मिलेगा जख्म गहरा,तू जो गलत जगह ठहरा।
आयेगा होश जब तक वक़्त अच्छा तेरा गुजर जाएगा।।
मिलेंगे लटकाने वाले,तुझे भटकाने वाले।
उनके कथनों में खो गया तो कुछ कर न पाएगा।।
कहता अनुनय मान,खुद को पहचान।
सुमार्ग ही तेरा,मंजिल तुझे दिलाएगा।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
6 Likes · 4 Comments · 417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गैरों से जायदा इंसान ,
गैरों से जायदा इंसान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
-- क्लेश तब और अब -
-- क्लेश तब और अब -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
तुम बिन
तुम बिन
Dinesh Kumar Gangwar
इस नदी की जवानी गिरवी है
इस नदी की जवानी गिरवी है
Sandeep Thakur
"ध्यान रखें"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन में दिन चार मिलें है,
जीवन में दिन चार मिलें है,
Satish Srijan
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
Aarti sirsat
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जीवन में सफल होने
जीवन में सफल होने
Dr.Rashmi Mishra
*होते यदि सीमेंट के, बोरे पीपा तेल (कुंडलिया)*
*होते यदि सीमेंट के, बोरे पीपा तेल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जब असहिष्णुता सर पे चोट करती है ,मंहगाईयाँ सर चढ़ के जब तांडव
जब असहिष्णुता सर पे चोट करती है ,मंहगाईयाँ सर चढ़ के जब तांडव
DrLakshman Jha Parimal
कहीं ख्वाब रह गया कहीं अरमान रह गया
कहीं ख्वाब रह गया कहीं अरमान रह गया
VINOD CHAUHAN
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
gurudeenverma198
ज़िंदगी जीना
ज़िंदगी जीना
Dr fauzia Naseem shad
मुख पर जिसके खिला रहता शाम-ओ-सहर बस्सुम,
मुख पर जिसके खिला रहता शाम-ओ-सहर बस्सुम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बावन यही हैं वर्ण हमारे
बावन यही हैं वर्ण हमारे
Jatashankar Prajapati
ख्वाब देखा है हसीन__ मरने न देंगे।
ख्वाब देखा है हसीन__ मरने न देंगे।
Rajesh vyas
वसियत जली
वसियत जली
भरत कुमार सोलंकी
हिन्दीग़ज़ल में कितनी ग़ज़ल? -रमेशराज
हिन्दीग़ज़ल में कितनी ग़ज़ल? -रमेशराज
कवि रमेशराज
कुदरत और भाग्य के रंग..... एक सच
कुदरत और भाग्य के रंग..... एक सच
Neeraj Agarwal
"प्यार की कहानी "
Pushpraj Anant
धर्म-कर्म (भजन)
धर्म-कर्म (भजन)
Sandeep Pande
आना ओ नोनी के दाई
आना ओ नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
भीड़ के साथ
भीड़ के साथ
Paras Nath Jha
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shweta Soni
2935.*पूर्णिका*
2935.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पश्चाताप
पश्चाताप
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अंतर
अंतर
Dr. Mahesh Kumawat
Loading...