संत गाडगे संदेश
संत गाडगे संदेश 2
नशा पान में चूर हो ,करते हैं अंदेख ।
अकाट्य वचन गाडगे का ,पाल्य है संदेश।।
पाल्य है संदेश बाबा का ,स्वच्छता कार्य अनमोल
साफ सफाई घर आंगन ,रहे गाडगे के बोल ।।
विजय दिल कहत है ,ना चलाओ बाण।
दीनता स्वयं मर जाएगा ,छोड़ चलो नशा पान।।
संत गाडगे संदेश 3
नशा पानी से होता है दीन दुखी गरीब
दीनता से दलित भये,दोष लगाये नसीब।।
दोष लगाये नसीब ,अस्वच्छता बने हैंवान।
गाडगे दिया संदेश, स्वच्छता का पैगाम।।
स्वच्छ रहो ,स्वस्थ रहो, स्वच्छ रहे खान-पान ।
प्रगट लक्ष्मी आवेगी,छोड़ चलो नशा पान।।
डां, विजय कुमार कन्नौजे अमोदी वि खं आरंग जिला रायपुर, प्रदेश कोषाध्यक्ष, प्रदेश धोबी समाज छत्तीसगढ़