संघर्ष
संघर्ष
कर्म की तपती ज़मीं पर
मेहनत का बीज धर
स्वेद कणों से सींच कर
नव युग निर्माण कर
विश्राम नहीं,संघर्ष कर
सिंह की हुंकार भर
तम का हृदय चीर कर
बन मार्तण्ड प्रखर
रेखा
संघर्ष
कर्म की तपती ज़मीं पर
मेहनत का बीज धर
स्वेद कणों से सींच कर
नव युग निर्माण कर
विश्राम नहीं,संघर्ष कर
सिंह की हुंकार भर
तम का हृदय चीर कर
बन मार्तण्ड प्रखर
रेखा