“संघर्ष के मायने”
“संघर्ष के मायने”
जो संघर्ष से परिचित नहीं होता
इतिहास गवाह है
वो कभी चर्चित नहीं होता,,,।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
“संघर्ष के मायने”
जो संघर्ष से परिचित नहीं होता
इतिहास गवाह है
वो कभी चर्चित नहीं होता,,,।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति