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17 Feb 2022 · 1 min read

संगीत की आत्मा खो गई …

संगीत को महसूस करने की जो ,
तबियत लोगों में थी कभी ।
वोह अब रह ना गई।
इसीलिए संगीत की समझ भी ,
लोगों में न रह गई।
तभी तो स्तर गिर गया ,
जो बात ,जो रूहानियत होती थी संगीत में ,
वोह अब रह ना गई ।
अब तो बस शोर है ,वाहियात लफ्जों का भंडार ,
शायरी ,गजल और कविता तो इसमें ,
रह ना गई ।
इसीलिए हम तो जीते है अब भी पुरानी मधुर
संगीतमयी यादों के संग ,
आज के इस नए चलन में हमारी ,
दिलचस्पी रह ना गई ।

Language: Hindi
284 Views
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