संकल्प
नव मास ये आंग्ल वर्ष का,
नव संकल्प लेने का दिन।
मंगलमयी हो सबको ये,
शुभकामना देने का दिन।
हो भावना पुरुषार्थ की।
नहीं कामना हो स्वार्थ की।
लें संकल्प परोपकार का,
एक उपासना परमार्थ की।
हों संकल्पित सहयोग करने।
दीन दुखी की सेवा करने।
बदलें कहीं अपना मनमानस,
उठे उमंग जनसेवा करने।
नव सृजन हो नव उत्कर्ष हो।
नव साहित्य हो नवबर्ष हो।
दृढसंकल्प का अलग हर्ष हो।
नव जीवन हो नव सहर्ष हो।
वेधा सिंह
स्वरचित